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श्री गौरी केदारेश्वर महादेव (SREE GAURI KEDARESHWAR MHADEV , VARANASI)

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श्री गौरी केदारेश्वर महादेव ( SREE GAURI KEDARESHWAR MHADEV , VARANASI) sree gauri kedareshwar ,varanasi काशी नगरी मोक्षदायिनी नगरी है , इसलिए अन्य तीर्थों से कहीं ज्यादा इसका महत्व है।काशी नगरी तीन खंडों में बटीं है   -1- ओंकार खण्ड   २- विश्वेश्वर खण्ड और ३- केदार खण्ड । Kashi Nagari is Mokshadayini Nagar, so it is more important than other pilgrimages. Kashi city is divided into three sections -1-Omkar section 2- Vishweshwar section and 3-Kedar section. इन तीनों का अपना अपना विशेष महत्व है , परन्तु तीनों खण्डों में सबसे ज्यादा महत्व केदार खण्ड का है। इस भाग में भगवान भोलेनाथ अपनी सभी शक्तियों के साथ   १५   कलाओं से भक्त शिरोमणि महाराजा मान्धाता की तपस्या से प्रसन्न होकर अन्न के लिंग के रूप में विराजमान हैं। भगवान भोलेनाथ का यह स्वयंभू लिंग हरिहरात्मकशिवशक्त्यात्मक है , जो   श्री गौरीकेदारेश्वर (केदारजी)   नाम से प्रसिद्ध है। इस शिव लिंग के दर्शन पूजन मात्र से पांच देवों (शिव , पार्वती , विष्णु , लक्ष्मी एवं अन्नपूर्णा) के दर्शन का फल स्वतः प्राप्त होता है। These three h

संकट मोचन हनुमान मंदिर ,वाराणसी (Sankat Mochan temple ,Varanasi )

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संकट मोचन हनुमान मंदिर .......वाराणसी  ( Sankat Mochan temple  ,Varanasi ) को नहीं जानत है   जग में कपि , संकटमोचन नाम तिहारो।। 🙏 Sankat Mochan Hanuman temple,gate,varanasi संकट मोचन मंदिर( Sankat Mochan temple )   भगवान राम   के दूत हनुमान को समर्पित है। यह   भगवान हनुमान   के पवित्र मंदिरों में से एक है और हिंदुओं के लिए उनके धार्मिक और साथ ही सांस्कृतिक पर्वों / त्योहारों के लिए प्रमुख स्थान है। परिसर के अंदर बहुत अधिक संख्या में बंदरों की उपस्थिति के कारण इस मंदिर को बंदर मंदिर भी कहा जाता है।   यह वाराणसी के दक्षिणी भाग में   स्थित है। संकट मोचन का अर्थ होता है सभी समस्याओं से छुटकारा (    " संकट "   का अर्थ   " समस्या"   है , और   " मोचन"   का अर्थ  " छुटकारा"   देने वाला होता है)। The Sankat Mochan hanuman Temple is dedicated to Ram bhakt hanuman. This is one of the sacred temples of Lord Hanuman in varanasi and is a prominent place for Hindus in india for their religious as well as cultural festivals. Due to the presenc

Baba kaal bhairaw in Varanasi (बाबा काल भैरव......)

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Baba kaal bhairaw in Varanasi ( बाबा काल भैरव......)   Baba kaal bhairaw in Varanasi काशी( Kashi) में आने वाला कोई भी बड़ा से बड़ा अधिकारी सबसे पहले बाबा काल भैरव का दर्शन किए बिना , इनके आशीर्वाद के बिना कोई काम शुरू नहीं करता। ऐसा भी माना जाता है , कि बनारस में रहना है , तो काशी के कोतवाल का दर्शन , पूजन करना ही होता है। Before any major senior officer coming to Kashi (Kashi), Baba Kaal does not start any work without the blessings of Bhairav, without his blessings. It is also believed that to stay in Benaras, the philosophy of Kashi's Kotwal is to be worshiped. ॐ कालाकालाय विधमहे , कालाअथीथाया धीमहि , तन्नो काल भैरव प्रचोदयात ll ॐ काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव Kotval of kashi baba kaal bhairaw-   बहुत समय पहले   कई देवी देवता भगवान   ब्रह्मा   से यह जानने के लिए सुमेरु पर्वत पर गए थे , कि कौन शाश्वत और सर्वोच्च शक्तिशाली है। भगवान ब्रह्मा ने कहा कि वह श्रेष्ठ व्यक्ति हैं।   भगवान विष्णु   ( जिन्हें   नारायण या मधुसूदन के नाम से भी जाना जाता है) , ब्रह्मा जी के त्वरि