संकट मोचन हनुमान मंदिर ,वाराणसी (Sankat Mochan temple ,Varanasi )
संकट मोचन हनुमान मंदिर .......वाराणसी ( Sankat Mochan temple ,Varanasi )
को
नहीं जानत है
जग
में कपि,
संकट
मोचन मंदिर(Sankat
Mochan temple ) भगवान राम के दूत हनुमान को समर्पित है। यह भगवान हनुमान के पवित्र मंदिरों में से एक
है और हिंदुओं के लिए उनके धार्मिक और साथ ही सांस्कृतिक पर्वों / त्योहारों के
लिए प्रमुख स्थान है।
परिसर
के अंदर बहुत अधिक संख्या में बंदरों की उपस्थिति के कारण इस मंदिर को बंदर मंदिर
भी कहा जाता है।
यह
वाराणसी के दक्षिणी भाग में स्थित है। संकट मोचन का अर्थ होता है सभी
समस्याओं से छुटकारा ( "संकट " का अर्थ "समस्या" है, और "मोचन" का अर्थ " छुटकारा" देने वाला होता है)।The Sankat Mochan hanuman
Temple is dedicated to Ram bhakt hanuman. This is one of the sacred temples of
Lord Hanuman in varanasi and is a prominent place for Hindus in india for their
religious as well as cultural festivals.
Due
to the presence of a large number of monkeys inside the premises, this temple
is also known as Bandar Mandir. It is located in the southern part of Varanasi.
Crisis redemption means rid of all problems ("Sankat" means
"problem", and "Mochan" means "redemption").
भगवान
हनुमान के भक्त लोग मंदिर के परिसर में बने प्रसाद को पैसे देकर रसीद लेकर खरीदते
हैं, और फिर भगवान हनुमान की
प्रतिमा को प्रसाद के रूप में (देसी घी के बेसन के लड्डू) और सिंदूर, और तुलसी की माला चढ़ाते
हैं।
संकट मोचन हनुमान जी के मंदिर में भगवान श्री राम
के ठीक सामने हनुमान जी की मूर्ति है ।Devotees of Lord Hanuman give money to Prasad
made in the premises of the temple and buy them with receipt, and then offer
the statue of Lord Hanuman in the form of Prasad (offerings of gram flour of
desi ghee) and vermilion, and tulsi. In
the Temple of Sankat Mochan , is the statue of Lord Hanuman in front
of Lord Ram.
भगवान हनुमान जी की पौराणिक मान्यता(Mythological beliefs of
Lord Hanuman) -
भगवान
श्री राम के दूत हनुमान भगवान शिव जी के बहुत शक्तिवान ११ वें अवतार हैं, और इसलिए रुद्रा अवतार के रूप में जाने जाते
हैं। हनुमान जी पवन और माता अंजना देवी के पुत्र हैं, इसीलिए उन्हें पवनपुत्र के
नाम से जाना जाता है।
भगवान
हनुमान महान कर्म योगी और असाधारण ब्रह्मचारी हैं।ऐसा भी माना जाता है, भगवान हनुमान जी बहुत कम
प्रार्थना और पूजा से बहुत खुश हो जाते हैं।
हनुमान
जी भगवान राम के प्रति निःस्वार्थ भक्ति का प्रतीक है।Lord Hanuman of Lord Ram is
very powerful 11th incarnation of Lord Shiva, and hence Rudra is known as
incarnation. Hanuman is the son of Pawan and Mata Anjaana Devi, that is why
they are known as Pawanpurutra. Lord Hanuman is a great karma yogi and an
extraordinary Brahmachari. It is also believed that Lord Hanuman Ji is very
happy with very little prayer and worship.
भगवान हनुमान को मारुति, रामदूत, महावीर, पवनपुत्र, बजरंगबली, पवनकुमार आदि के नाम से भी जाना जाता
है।Lord
Hanuman is also known as Maruti, Ramdoot, Mahavir, PawanPutra, Bajrangbali,
Pawan Kumar etc.
संकट मोचन मंदिर का इतिहास(History of Sankat mochan
temple)--
लोगों का ऐसा मानना है कि
मंदिर का निर्माण तब हुआ था, जब गोस्वामी तुलसीदास को हनुमान जी के दर्शन हुए
थे। मंदिर की स्थापना महान संत
और रामचरितमानस
के
रचयिता गोस्वामी तुलसीदास ने की थी। रामचरितमानस हिंदू महाकाव्य रामायण का हिंदी
रूपांतर है जिसे सबसे पहले गुरू वाल्मीकि जी द्वारा लिखा गया था।People believe that the
temple was built when Goswami Tulsidas had appeared in Hanuman ji. The temple was founded by the great saint and composer of Ramcharitmanas
Goswami Tulsidas. Ramcharitmanas is the Hindi version of the Hindu epic
Ramayana, which was first written by Guru Valmiki Ji.
मंदिर के खुलने का समयTiming of the temple-
संकट
मोचन हनुमान मंदिर सुबह 4:00am बजे खुलता है, और रात 10:30pm बजे बंद हो जाता है।Sankat mochan Hanuman
Temple opens at 4:00 am, and closes at 10:30 pm.
संकट मोचन हनुमान मंदिर का महात्म्य (Mahatmya of Sankat Mochan Hanuman temple)-
मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ ।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ।।
hanuman temple,varanasi |
जय श्री राम 🙏
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